मुख्यमंत्री की विधानसभा में डोलियां बन रही है 108, गांव को सड़क सुविधा से जोड़ने की उठाई मांग

चंपावत
मुख्यमंत्री की विधानसभा चंपावत के पालबिलौन क्षेत्र के क्वारसिंग में सड़क न होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है… बीमार लोगों व गर्भवती महिलाओं के लिए घर की एम्बुलेंस (डोली) ही एकमात्र जीवन देने का साधन है.

डोली के सहारे बीमार को मुख्य मार्ग तक पहुंचाया जाता है…जिसके बाद अस्पताल पहुंचाया जाता है…शनिवार को एक बीमार महिला को अस्पताल से घर ले जाने के लिए ग्रामीणों ने डंडों को रस्सी से बांधकर डोली बनाकर चार किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पार कर उसे घर तक पहुंचा है… ग्रामीण लंबे समय से यहां सड़क सुविधा की मांग कर रहे हैं…. लेकिन सड़क सुविधा न होने के कारण ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है… सबसे बड़ी समस्या स्कूल जाने वाले बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बीमार लोगों को लाने ले जाने में सामने आती है… सड़क न बनने से भूमटा, इजरा, किरमोला ,ज्यूली ,जमोला हैड़ना ,बैतर, क्वारसिंग गांव की एक हजार से अधिक की आबादी को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है…
यहां के ग्रामीण आज भी सड़क सुविधा से वंचित है और गांव में सड़क आने का इंतजार कर रहे हैं… सरकार भले ही सभी गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ने के लाख वादे कर रही हो मगर आज भी चंपावत जिले के अधिकाशं गांव सड़क न होने से काफी परेशान हैं… क्वारसिंग के ग्रामीणों ने अपने विधायक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जल्द से जल्द गांव को सड़क से जोड़ने की मांग उठाई है… मालूम मुख्यमंत्री की विधानसभा चंपावत में अभी भी कहीं गांव ऐसे हैं जो आज भी सड़क का इंतजार करते नजर आते जहां से मरीज व गर्भवती महिलाएं ऐसे ही डोली में अस्पताल पहुंचती है.