सीएम धामी के जिले से पैराग्लाइडिंग उड़ानों की शुरुआत, साहसिक पर्यटन और युवाओं के स्वरोजगार की दिशा में बड़ा कदम

चंपावत
पर्यटन विभाग की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जिला चंपावत में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक नई पहल करते हुए ऐतिहासिक बाणासुर किले की निकटवर्ती पहाड़ी से पैराग्लाइडिंग उड़ानों का शुभारंभ किया गया है…..यह पहल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “उत्तराखण्ड को साहसिक एवं आत्मनिर्भर पर्यटन राज्य” के रूप में विकसित करने के विज़न के अंतर्गत, विशेष रूप से चंपावत को साहसिक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक दूरगामी और प्रेरणादायी शुरुआत है.

सचिव पर्यटन धीराज गर्ब्याल के निर्देशानुसार चंपावत के स्थानीय युवाओं को दो पैराग्लाइडर उपलब्ध कराए गए हैं…. उन्हें नियमित प्रशिक्षण एवं उड़ान अभ्यास के माध्यम से तैयार किया जा रहा है, ताकि अक्टूबर-नवंबर 2025 से चंपावत में व्यवसायिक (कॉमर्शियल) टैण्डम पैराग्लाइडिंग की विधिवत शुरुआत की जा सके.

इस प्रयास से एक ओर जहां चंपावत आने वाले पर्यटक रोमांचक टैण्डम पैराग्लाइडिंग का आनंद ले सकेंगे वहीं दूसरी ओर स्थानीय युवाओं के लिए स्वरोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे….यह पहल जिला पर्यटन विकास अधिकारी बलवंत सिंह कपकोटी के मार्गदर्शन में प्रारंभ कराई गई है। प्रारंभिक उड़ानों में प्रशिक्षित स्थानीय युवा आशिष कोहली, शीतला ठाकुर एवं शुभम मेहता ने भाग लिया.

जिलाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि चंपावत प्राकृतिक सुंदरता और साहसिक गतिविधियों की असीम संभावनाओं से परिपूर्ण जनपद है… पैराग्लाइडिंग जैसी गतिविधियां न केवल युवाओं को स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार प्रदान करेंगी, बल्कि जिले को पर्यटन के नए नक्शे पर स्थापित करेंगी.