केदारनाथ में सीजन की पहली बर्फबारी, हेमकुंड में फिर गिरी बर्फ…नैनीताल में ओलावृष्टि

एक तरफ जहां देश के कई राज्यों में गर्मी से लोग परेशान हैं तो वहीं दूसरी तरफ देवभूमि उत्तराखंड में दो दिनों से बारिश हो रही है…मंगलवार को चमोली, रुद्रप्रयाग में घंटों बर्फबारी हुई तो नैनीताल में ओलावृष्टि हुई…..
रुद्रप्रयाग में बर्फबारी का दौर
रुद्रप्रयाग जिले के हिमालय में विराजमान बाबा केदारनाथ, तृतीय केदार तुंगनाथ व मदमहेश्वर धाम में बर्फबारी हुई….धामों में पहुंच रहे भक्त बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं…जून माह के शुरूआत में हुई बर्फबारी से केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं के चेहरे खिल उठे हैं…केदारनाथ धाम में अब तक साढ़े सात लाख से अधिक भक्त बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं…प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए अलाव की व्यवस्था की गई है, जबकि यात्रा पड़ावों में भी तीर्थयात्रियों को हरसंभव मदद की जा रही है…

हेमकुंड साहिब धाम में भारी बर्फबारी
वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित उमेश चंद्र पोस्ती ने बताया कि जून माह के शुरूआत में बर्फबारी होने से गर्मी से राहत मिल रही है… सिक्ख धर्म तीर्थ स्थल श्री हेमकुंड साहिब में फिर बर्फबारी हुई… दुनिया के सबसे ऊंचे गुरुद्वारे श्री हेमकुंड साहिब धाम में भारी बर्फबारी हुई है..बर्फबारी के दुर्लभ नजारों के बीच करीब 3500 श्रद्धालु गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब पहुंचे,दरबार साहिब में मत्था टेक कर गुरु महाराज जी की अरदास सुन निहाल हुए.. श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के सीनियर मैनेजर सरदार सेवा सिंह ने बताया कि गुरु साहिब जी के धाम में संगत की भीड़ है, हेमकुंड साहिब में बर्फबारी होने पर गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी द्वारा सभी संगतों को समय पर नीचे गोविंद धाम घांघरिया लौटने की अपील की ओर एसडीआरएफ ने भी समय से सभी श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा परिसर से नीचे गुरु आस्था पथ तक पहुंचाने में मदद की है..

नैनीताल में जमकर हुई ओलावृष्टि
सरोवर नगरी नैनीताल और उसके आसपास अचानक मूसलाधार बारिश के चलते ही जून माह में जमकर ओला वृष्टि हुई… जिससे जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है…इधर अचानक ओला वृष्टि हो जाने से राहगीरों व पर्यटकों ने जहाँ सर छुपाने का मौका मिला वहाँ शरण ली…ओला वृष्टि से ठंड में भी इजाफा हो गया..मूसलाधार बारिश से नाले सड़क उफान पर आ गए…ओला वृष्टि इतनी भयंकर हुई कि जो जहां था वही रुक गया..नैनीताल व उसके आसपास मूसलाधार बारिश के साथ ओला वृष्टि से गर्मी के समय में भी लोगों को ठंडे दिनों के कपड़े पहनने पड़े…