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एक के बाद एक हादसे, अब केदार घाटी में गिरा हेलीकॉप्टर , 7 की मौत… सीएम धामी ने दिए जांच के आदेश

रूद्रप्रयाग

उत्तराखंड में जारी चारधाम यात्रा के बीच रविवार की सुबह दुखद हादसा हुआ जिसमें सात लोगों की जान चली गई है..जानकारी के मुताबिक आर्यन एविएशन के हेलीकॉप्टर केदारनाथ घाटी में क्रैश हो गया..राज्य के सीएम के साथ विपक्षी नेताओं ने घटना की दुख जताया है लेकिन विपक्ष ने सरकार पर सियासी हमला भी बोला है..मृतक के परिजनों ने भी नाराजगी जाहिर की है…

केदारनाथ धाम से लौट रहे श्रद्धालुओं की एक हेली सेवा रविवार को मौत की उड़ान साबित हुई…जानकारी के मुताबिक आर्यन एविएशन के हेलीकॉप्टर ने आज सुबह 7 जिंदगियों को हमेशा के लिए छीन लिया..गौरीकुंड स्थित खर्क की पहाड़ियों पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर आंखों के सामने आग का गोला बन गया..स्थानीय महिलाओं ने पहाड़ी की ओर से तेज धमाके की आवाज़ सुनी,और जब वहां जाकर देखा तो एक मंजर ऐसा था जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है..पहाड़ियों में मलबे के टुकड़े बिखरे थे और हेलीकॉप्टर जलकर राख हो चुका था…..

जानकारी के मुताबिक गुप्तकाशी से 5 बजकर 15 मिनट पर उड़ान भरने वाला हेलीकॉप्टर जब 5:25 पर केदारनाथ से लौट रहा था, तब मौसम ने करवट ली और एक काला धुआं आसमान में उठता दिखाई दिया..इस हेलीकॉप्टर में कुल सात लोग सवार थे.. जिनमें 39 वर्षीय कैप्टन राजबीर सिंह चौहान, बीकेटीसी प्रतिनिधि विक्रम रावत, उत्तर प्रदेश की 66 वर्षीय विनोद देवी, 19 साल की तृष्टि सिंह, गुजरात निवासी राजकुमार सुरेश जायसवाल, उनकी पत्नी श्रद्धा और महाराष्ट्र की दो साल की बच्ची काशी शामिल थीं..सातों की मौके पर ही मौत हो गई..19 साल की तृष्टि के दादा ने हेली सेवा पर कई तरह के आरोप लगाए हैं…

राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी के हादसे पर दुख जताया है..उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है..इस पीड़ादायक हादसे में दिवंगत जनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं…ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगतों की आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें…इसे लेकर सीएम ने देहरादून में शासकीय आवास पर संबंधित विभागों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की..हेलीकॉप्टर संचालन की सुरक्षा प्रक्रियाओं की बारीकी से जांच की जा रही है…उन्होने कहा कि प्रयास है कि भविष्य में ऐसी कोई भी दुर्घटना न हो, इसके लिए SOP को अधिक सख़्त और प्रभावी बनाया जा रहा है..यात्रियों की सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा

इधर हादसे पर कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने दुख तो जताया है लेकिन सरकार पर सियासी हमला भी बोला है..उन्होंने कहा कि हर बार हादसे के बाद जांच, समीक्षा और बैठकों की खानापूर्ति होती है… लेकिन सवाल वहीं रह जाता है ,क्या चारधाम यात्रा सिर्फ श्रद्धा और आस्था का केंद्र है या अब हादसों का नया नाम बन चुकी है? श्रद्धालु आस्था लेकर आते हैं और लौटते हैं खामोश ताबूतों में..

हादसे की सूचना मिलते ही SDRF, NDRF और डीडीआरएफ की टीमों को मौके पर रवाना किया गया..घटनास्थल खतरनाक और बेहद दुर्गम इलाक़ा था, जहां पहुंचना आसान नहीं था..मगर सभी टीमों ने समन्वय और तेजी दिखाते हुए घने जंगल में पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया..पहाड़ी पर फैले मलबे और जली हुई लाशों को समेटकर बड़ी सावधानी से नीचे लाया गया..हर शव के साथ एक परिवार की उम्मीद और आस्था भी टूट चुकी थी..कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने दुख जताने के साथ कई सवाल उठाए हैं…

पिछले एक महीने में ये पांचवां बड़ा हेलीकॉप्टर हादसा है, लिहाजा विपक्ष सरकार की नीतियों पर ही सवाल उठा रहा है..यह सच है कि पहाड़ों में मौसम अचानक से बदल जाता है जिसकी वजह से हादसा संभव है..अब इस मामले को राज्य के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ बैठक की और जांच के आदेश दिए हैं…सीएम ने कहा शब्दों में कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है..लिहाजा इसे लेकर किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी

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